गंभीर व रैना के तूफान में उड़ा श्रीलंका



गौतम गंभीर के शतक के बाद सुरेश रैना की तूफानी पारी से भारत ने विषम परिस्थितियों से उबरते हुए तीसरे वनडे क्रिकेट मैच में शनिवार को श्रीलंका को पांच विकेट से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली।गंभीर ने 102 जबकि रैना ने नाबाद 65 रन की पारी खेली जिससे भारत ने 287 रन के लक्ष्य को दो गेंद शेष रहते पांच विकेट पर 288 रन बनाकर हासिल कर लिया। रैना ने इरफान पठान (नाबाद 34) के साथ छठे विकेट के लिए सिर्फ 11.1 ओवर में 92 रन की अटूट साझेदारी करके भारत की जीत सुनिश्चित की। रैना ने 19 रन के निजी स्कोर पर मिले जीवनदान का पूरा फायदा उठाते हुए 45 गेंद की अपनी पारी में छह चौके और एक छक्का जड़ा।
इससे पहले श्रीलंका ने कुमार संगकारा (73), एंजेलो मैथ्यूज (नाबाद 71) और महेला जयवर्धने (65) के अर्धशतकों की मदद से पांच विकेट पर 286 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया था।
भारत ने बल्लेबाजी पावर प्ले के पांच ओवर में 29 रन जोड़कर तीन विकेट गंवाए जिससे वह एक समय मुश्किल में घिर गया था और उसे अंतिम 11 ओवर में 87 रन की दरकार थी लेकिन रैना और पठान ने इस लक्ष्य को आसान कर दिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत की शुरुआत खराब रही और उसने दूसरे ओवर में भी सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (3) का विकेट गंवा दिया जो तिषारा परेरा की गेंद पर करारा प्रहार करने की कोशिश में कवर में स्थानापन्न खिलाड़ी सचित्र सेनानायके को कैच दे बैठे।
गंभीर और विराट कोहली (38) ने इसके बाद 19.1 ओवर में 105 रन जोड़ी पारी को संभाला। गंभीर शुरू से ही शानदार लय में दिखे लेकिन कोहली को खुलकर खेलने में दिक्कत हुई। गंभीर ने लसिथ मलिंगा के पहले दो ओवर में तीन चौकों के साथ अपने तेवर दिखाए। उन्होंने कोहली के साथ मिलकर 17.4 ओवर में टीम के रनों का सैकड़ा पूरा किया।
कोहली हालांकि इसके बाद ज्यादा देर नहीं टिक पाए। वह रंगना हेराथ की शार्ट गेंद को बैकफुट पर जाकर खेलने की कोशिश में इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। उन्होंने 65 गेंद की पारी में दो चौके मारे।
इससे पहले गंभीर ने हेराथ की गेंद पर एक रन के साथ सिर्फ 43 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। कोहली की जगह क्रीज पर उतरे कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (31) ने गंभीर का अच्छा साथ निभाया। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 67 रन जोड़े। दोनों ने भारत का स्कोर 35 ओवर में दो विकेट पर 180 रन तक पहुंचाकर टीम को मजबूत स्थिति तक पहुंचाया।
धौनी ने इस बीच 36वें ओवर में अनिवार्य बल्लेबाजी पावर प्ले लिया जो भारत के लिए अच्छा नहीं रहा। मलिंगा ने पावर प्ले की पहली ही गेंद पर अपनी घातक यार्कर से धौनी के स्टंप उखाड़ दिए जबकि अगली ही गेंद पर उन्होंने खराब फार्म से जूझ रहे रोहित शर्मा (0) को पगबाधा आउट करके भारत को चौथा झटका दिया।
गंभीर ने मैथ्यूज की गेंद को बैकवर्ड प्वाइंट पर एक रन के लिए खेलकर सिर्फ 96 गेंद में अपने कैरियर का 11वां वनडे शतक पूरा किया। वह हालांकि मैथ्यूज के अगले ओवर में तेज रन लेने के प्रयास में पवेलियन लौट गए। उन्होंने गेंद को मिड आन पर खेला और तेज रन के लिए दौड़ पड़े लेकिन उनके क्रीज पर पहुंचने से पहले की इसुरू उदाना ने उनके स्टंप उखाड़ दिए।
भारत को अंतिम 11 ओवर में 87 रन की दरकार थी और ऐसे में रैना ने पठान के साथ मिलकर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए टीम को जीत दिला दी। रैना 19 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब सेनानायके ने मैथ्यूज की गेंद पर उनका कैच छोड़ दिया।
इससे पहले श्रीलंका की ओर से संगकारा और जयवर्धने ने चौथे विकेट के लिए उस समय 121 रन की साक्षेदारी जब मेजबान टीम का स्कोर तीन विकेट पर 20 रन था। जीवन मेंडिस ने भी नाबाद 45 रन की पारी खेली।
जहीर खान ने भारत को पहली सफलता दिलाई जब तिलकरत्ने दिलशान (4) पारी के दूसरे ही ओवर में आउट हो गए। फ्रंटफुट पर खेलने की कोशिश में वह चकमा खा गए और गेंद ने उनके स्टंप उखाड़ दिए। उपुल थरंगा (8) ने ऑफ स्टम्प से बाहर जाती जहीर की गेंद पर विकेट के पीछे धौनी को कैच थमाया। पठान ने इसके बाद दिनेश चांदीमल को खाता भी नहीं खोलने दिया और उन्हें पगबाधा आउट कर दिया।
इसके बाद संगकारा और जयवर्धने की अनुभवी जोड़ी ने पारी को संभाला। जयवर्धने ने आर अश्विन की गेंद पर दो रन बनाकर 68वां वनडे अर्धशतक पूरा किया। संगकारा ने भी अपने कैरियर का 73वां और भारत के खिलाफ 16वां अर्धशतक लगाया। जयवर्धने ने 79 गेंद की पारी में पांच चौके लगाये जबकि संगकारा ने 95 गेंद खेलकर अपनी पारी में छह चौके जड़े।
जयवर्धने को लेग स्पिनर राहुल शर्मा ने पवेलियन भेजा। रिवर्स स्वीप मारने के प्रयास में वह बैकफुट पर आए और गेंद लेग स्टम्प के सामने उनके पैर पर लगी। वह हालांकि अंपायर कुमार धर्मसेना के फैसले से खुश नहीं दिखे। डिंडा ने 38वें ओवर में संगकारा को आउट किया। ऑफ स्टम्प के बाहर जाती फुल लेंथ गेंद पर उन्होंने प्वाइंट में खड़े विराट कोहली को आसान कैच थमाया। मैथ्यूज और मेंडिस ने अंतिम ओवरों में टीम की ओर से तेजी से रन बटोरे। भारत के लिए तेज गेंदबाज जहीर खान ने दो विकेट लिए जबकि इरफान पठान, अशोक डिंडा और राहुल शर्मा ने एक-एक विकेट लिया।

क्या वाकई सहवाग बनाम धौनी है, अपनी राय दीजिए




भारत के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने आज कहाकि कप्तान एम एस धौनी के पास मजबूत टीम थी इसलिए वह दो विश्व कप जीते हैं. क्या इस डॉयलाग से कहीं भी सहवाग बनाम धौनी लग रहा हैं. आप अपने विचार दीजिए...
आपको हम बता दे कि पिछले साल भारतीय टीम के आस्ट्रेलियाई दौरे के दौरान वीरेंद्र सहवाग और कप्तान एम एस धौनी के रिश्तों को लेकर काफी चर्चा हुई थी. वहां पर आपसी कड़वाहट साफतौर पर बाहर निकलकर आ गई थी.
और आज भी एक कार्यक्रम में सहवाग ने कहा जिसे आप गौर से पढ़े... ‘धोनी को एक बेहद मजबूत टीम मिली. जब आपकी टीम मजबूत होती है तो फिर नतीजे पाना आसान हो जाता है. जैसा कि एक समय में ऑस्ट्रेलिया ने किया था. हमारी मजबूत टीम ने हाल के वर्षों में धोनी के साथ दो विश्व कप जीते हैं. किसी भी कप्तान के पास अच्छी टीम होती है तो वह जीतती है.’
अब हम आपके पाले में गेंद को डालते हैं. आपसे यह जानना चाहेंगे कि क्या आपको लगता है कि वीरेंद्र सहवाग और कप्तान एम एस धौनी एक दूसरे को नहीं पंसद करते हैं.
अगर ऐसा है तो अपने विचार को लिखे. हम इसे अपनी साइट पर प्रकाशित करेंगे. ज्यों का त्यों. लिखे अपने विचार....